1. संगतकार का स्वर किन विकट परिस्थितियों में मुख्य गायक का साथ देता है ?
Solution
संगतकार का स्वर मुख्य गायक का तब साथ देता है जब उसका स्वर तारसप्तक में बैठने लगता है। उसकी प्रेरणा और उत्साह कम होने लगती हैं, और गायक को लगता है कि वह अब अधिक स्वर नहीं सींच पाएगा।
2. संगतकार की आवाज़ की विशेषताएँ क्या थीं?
Solution
संगतकार की आवाज़ सुंदर, मधुर, पतली और कम्पनयुक्त थी। वह मुख्य गायक की भारी भरकम आवाज़ को भी कोमल बना रही थी।
3. ‘संगतकार’ नौसिखिए का साथ क्यों देता था?
Solution
तारसप्तक में गाते समय, यानी स्वर को लंबे समय तक खींचते समय, संगतकार नौसिखिए का साथ देता है ताकि उसका स्वर न टूट जाए और उसका उत्साह न नष्ट हो जाए।
4. संगतकार बहुत लम्बे समय से क्या काम करता आया है?
Solution
संगतकार बहुत लंबे समय से मुख्य गायक के स्वर में अपनी गूँज मिलाता आया है और उसकी भारी-भरकम आवाज़ में अपनी सुंदर, कमजोर और काँपती आवाज़ मिलाकर उसके भारीपन को कम करता आया है।
5. किसके बचपन की याद कब, कौन दिला रहा है?
Solution
मुख्य गायक को संगतकार अपनी तकनीक से याद दिलाता है कि कभी वह भी नया सीखने वाला था, आज की तरह महान गायक नहीं था। उसकी आवाज़ का जादू उसे उसके बचपन की याद दिलाता है।
6. संगतकार की भूमिका क्या होती है? इस रचना में कैसे व्यक्ति का प्रतीक है?
Solution
गायक के संगतकार की बहुत महत्वपूर्ण होती है। वह हर उस व्यक्ति का प्रतीक है जो किसी गायक, खिलाड़ी, नर्तक, अभिनेता, शिल्पकार या चित्रकार के कार्य में उसकी पृष्ठभूमि में मदद करता है। वह यहाँ मुख्य गायक का सहायक बन गया है। वह एक ऐसे सहयोगी का उदाहरण है जो किसी भी परिस्थिति में अपने साथी को बचाने के लिए पूरी कोशिश करता है।
7. तार सप्तक में मुख्य कलाकार का गला जब बैठने लगता है तब उसकी कैसी स्थिति होती है?
Solution
तारसप्तक में जब मुख्य कलाकार का गला बैठने लगता है तब उसका स्वर उखड़ने लगता है और वह निराश और हताश हो जाता है। उसके सहायता देने के लिए संगतकार को उसका साथ देना पड़ता है।
8. मुख्य गायक जटिल तानों के जंगल में खो जाता है, तो संगतकार क्या करता है?
Solution
मुख्य गायक जब वह उच्च स्वर या उठते हुए स्वर में मुख्य तान गाता है तब वह मुख्य स्वर से भटकने लगता है । उस परिस्थिति में, संगतकार उसे भटकने से बचाता है और मुख्य स्वर को अपनी पतली आवाज या कोमल कम्पनयुक्त स्वर से संभालता है।
9. किसकी आवाज़ में हिचक साफ सुनाई देती है और क्यों?
Solution
संगतकार की आवाज़ में स्पष्ट हिचक साफ सुनाई देती है क्योंकि वह मुख्य गायक की आवाज़ से अपनी आवाज़ को ऊँचा नहीं करना चाहता। प्रमुख गायक की आवाज़ को शक्ति और ऊँचाई देना उसका धर्म है। वह भी इसी धर्म का अनुसरण करता है। अपनी श्रेष्ठता दिखाने की कोशिश नहीं करता।
10. ‘स्थायी को सँभाले रहता है’ का क्या अभिप्राय है?
Solution
“स्थायी को सँभाले रहता है” का अर्थ है किसी गीत की मुख्य पंक्ति या टेक के मूल स्वर-तान को निरंतर गाते रहना। मुख्य गायक के स्वर को बिखरने या बदलने से बचाना और उसकी गति, लय या उठान को कम या अधिक न होने देना।
11. संगतकार द्वारा स्थायी के सँभालने की तुलना किन-किन बातों से की गई है ?
Solution
संगतकार ने मुख्य गायक के पीछे छूटे सामान को समेटने से स्थायी सँभालने की तुलना की है। मुख्य गायक की हर बात को संगतकार ध्यान में रखता है।
12. गूँज मिलाता आया है प्राचीनकाल से, पंक्ति का आशय समझाइए।
Solution
प्राचीन काल से ही, कोई वाद्य यंत्र बजाने वाला या मुख्य गायक के साथ गायन करने वाला कलाकार अपनी प्रतिभा को प्रस्तुत करता रहा है। पुराने समय से ही संगतकार की परंपरा चली आ रही है।
13. संगतकार मुख्य गायक का साथ क्यों देता है?
Solution
संगतकार मुख्य गायक का साथ उसकी गायन-शक्ति को बढ़ाने के लिए देता है। वह मुख्य गायक को अकेलेपन से बचाता है और उसके बुझते स्वर को उठाता है।
14. कवि ने अपनी कविता में किसे महान कहा है?
Solution
कवि ने संगतकार और उसके त्याग को महान बताया है। संगतकार अपनी आवाज़ को मुख्य गायक से अधिक प्रभावी नहीं होने देता, हालांकि उसमें प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। वह पूरी ताकत से अपना स्वर नीचा रखता है। किसी दूसरे के उत्थान के लिए अपनी शक्तियों को न दर्शाना महानता ही है।
15. ‘आवाज से राख जैसा गिरता हुआ’ से कवि का क्या अभिप्राय है?
Solution
‘आवाज से राख जैसा गिरता हुआ’ का अर्थ है कि जब गायक एक गीत गाते हुए ऊँची तान करता है, तो उसकी आवाज ऐसे टूट जाती है जैसे कोई दीपक बुझ रहा है और उससे राख जैसा गिरने लगी हो।
16. संगतकार की हिचकती आवाज उसकी विफलता क्यों नहीं है?
Solution
मुख्य गायक की आवाज को संगतकार अपनी हिचकती आवाज से ऊँचाई और बल प्रदान करता है, इसलिए हिचकती आवाज उसकी विफलता नहीं है।
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