1. कवि की दुर्बलताओं को जानकर लोगों को क्या प्राप्त होगा?
Solution
दूसरे लोग व्यक्ति की कमज़ोरियों को जानना चाहते हैं ताकि वे उसे हँसकर खुश हो सकें। साथ ही अपनी दुर्बल भावनाओं को छुपाने के लिए दूसरों की दुर्बल भावनाओं को प्रकट करना चाहते हैं। इस प्रकार लोगों को आत्म-संतोष मिलेगा कि हमसे भी अधिक हास्यास्पद कोई है।
2. कवि ने मधुप किसे कहा है?
Solution
कवि ने मधुप को एक मन का भौंरा बताया है जो प्रेमगीत गुनगुनाता हुआ अपनी कोई कहानी सुनाता है।
3. कवि ने चाँदनी रातों की गाथा को उज्ज्वल कहा है, क्यों?
Solution
कवि ने अपने जीवन में कई परेशानियों का सामना किया है, लेकिन उनके बीच कुछ समय ऐसे थे जब वह सुख एवं आनंद का सानिध्य पा सका। उन्होंने कहा कि चाँदनी रातों में प्रेयसी के साथ बिताए पल उसे खुश करते हैं, इसलिए उसने उन रातों की गाथा को उज्ज्वल कहा है।
4. ‘व्यंग मलिन उपहास’ कौन करता रहता है और क्यों?
Solution
विश्व भर में हर कोई एक दूसरे का मज़ाक उड़ाने में व्यस्त है। प्रत्येक व्यक्ति दूसरे में कमी महसूस करता है, और वह उस कमी या अभाव का मजाक उड़ाता है। वह अपनी कमी को कभी नहीं महसूस करता।
5. मुरझाकर गिर रहीं पत्तियों की कवि ने किस रूप में कल्पना की है?
Solution
मुरझाकर गिर रही पत्तियों की कवि ने जीवन के दुखों और निराशाओं को चित्रित किया है। इससे जीवन की नश्वरता की ओर संकेत हुआ है।
6. उन कारणों का उल्लेख कीजिए, जिनसे कवि को उज्ज्वल गाथा गाने में कठिनाई हो रही है?
Solution
कवि के जीवन में भी कुछ सुखद यादें हैं। जीवन के मधुर क्षणों में किसी को शामिल नहीं करना चाहता क्योंकि उन थोड़ी-सी मधुर स्मृतियों में दूसरों को आनंद प्रदान करने वाली कोई बात नहीं है। इससे वह स्वयं ही उपहास का पात्र बनेगा, यही कठिनाई उसके सामने है।
7. गागर रीती का निहित भावार्थ क्या है?
Solution
गागर रीती के माध्यम से कवि कहना चाहते हैं कि उनकी दुःख भरी जिंदगी में प्राप्ति का स्थान रीती है। वेदनाओं की अनुभूति अवश्य हुई है, लेकिन सुख-शांति नहीं मिली, इसलिए उनके अनुभवों का जीवन रूपी घड़ा खाली है।
8. कवि अपने जीवन की किस विडंबना की बात कर रहा है?
Solution
कवि को अपनी आत्मकथा लिखने से एक तो उपहास का पात्र बनना पड़ेगा, दूसरा, उसने अपने सीधेपन के कारण अपनों से धोखा खाया है, उसका भी उल्लेख करना पड़ेगा। इससे कवि और उसके अपनों की हँसी उड़ेगी। कवि ने इसी विडंबना की ओर संकेत किया है कि वह ऐसा नहीं होने देना चाहता है।
9. ‘सीवन को उधेड़कर देखने’ से कवि का क्या अभिप्राय है?
Solution
इसका मतलब है कि कवि की जीवनकथा को पर्त दर पर्त खोलकर देखना या जानना। कवि कहना चाहता है कि कोई उसके दुख को भुला क्यों महसूस करेगा?
10. कवि मौन क्यों रहना चाहते हैं? वह अपनी आत्मकथा क्यों नहीं लिखना चाहता है?
Solution
कवि मज़ाक का विषय नहीं बनना चाहते, इसलिए वे अपने अतीत की घटनाओं को किसी से बताना नहीं चाहते। यही कारण है कि वे उसे मौन गाथा के रूप में रहने देना चाहते हैं। वह अपनी आत्मकथा लिखना नहीं चाहता क्योंकि इसे सुनकर लोग सिर्फ हँसेंगे।
11. प्रिया के साथ बिताए गए पल कवि के जीवन के संबल बन गए, कैसे? स्पष्ट कीजिए।
Solution
कवि की प्रिया बहुत कम समय के लिए उसके साथ थी, लेकिन वह अभी भी अपनी प्रिया के साथ बिताए गए सुखद क्षणों की सुखद यादें कवि के पास हैं। उसके जीवन का आधार वे खुशियाँ थीं। इस प्रकार प्रिया के साथ बिताए गए पल कवि के जीवन के संबल बन गए।
12. कवि अपनी आत्मकथा कब लिखना चाहते है?
Solution
कवि शांत है। उसकी आत्मकथा लिखने का यह समय नहीं है क्योंकि उनके मन की व्यथाएँ सोई हुई है। आत्मकथा लिखने का उचित समय तब होगा जब व्यथाएँ व्यक्त होने के लिए व्याकुल होंगी।
13. “उज्ज्वल गाथा कैसे गाऊँ मधुर चाँदनी रातों की” – क्या कवि ने सचमुच में चाँदनी रातों के बारे में कुछ नहीं कहा है?
Solution
कवि ने अपनी सुखद चाँदनी रातों का संकेत देने के साथ ही प्रेयसी की स्मृतियों में खिलकर बातें करने और उसके सौंदर्य का भी वर्णन किया है। फिर भी, वह कहता है, “उज्ज्वल गाथा कैसे गाऊँ”, इससे स्पष्ट है कि बहुत कुछ कहने पर भी उसे लगता है कि मैंने अभी कुछ नहीं कहा है। इस तरह, कवि प्रेयसी के प्रसंग को न चाहते हुए भी प्रकट कर गया है।
14. छोटे से जीवन और बड़ी कथाएँ का आशय स्पष्ट कीजिए।
Solution
कवि स्वयं को एक आम व्यक्ति मानते हैं। यही कारण है कि वे अपने जीवन को बहुत छोटा बताते हैं। वह अपनी सामान्य ज़िंदगी में घटी अनेक घटनाओं को बड़ी कथाएँ मानते हैं, लेकिन वे उन्हें प्रकाश में नहीं लाना चाहते।
15. ‘आत्मकथ्य’ कविता की विशेषताएँ लिखिए।
Solution
आत्म कथ्य’ कविता छायावादी युग की खड़ी बोली मे लिखी गई कविता है। इसमें संगीतमयता और कला की झलक मिलती है। अलंकारो और अनुप्रास रूपक दोनों का प्रयोग हुआ है। इसमें कवि की जीवन की दुखद यादों का मार्मिक चित्रण है। इस कविता में कवि का शांत, गंभीर और सच्चा जीवन दिखाया गया है। इस कविता में जीवन की नीरसता और असारता भी दिखाई देती है।
16. ‘आत्मकथ्य’ कविता में कवि के दर्शन एक निराश, हतप्रभ और व्यथित हृदय के रूप में होते हैं, कैसे? स्पष्ट कीजिए।
Solution
आत्मकथ्य कविता में कवि के जीवन की कई मधुर स्मृतियाँ नष्ट हो गई हैं, इसलिए वे एक निराश, हतप्रभ और व्यथित हृदय को चित्रित करते हैं।उनकी भावनाओं को समझने वाला कोई नहीं मिला, इसलिए उनका प्रेम स्थायी नहीं रहा। प्रेम के नाम पर उनके साथ धोखा हुआ है।
17. ‘आत्मकथ्य’ कविता में कवि के दर्शन एक निराश, हतप्रभ, और व्यथित हृदय के रूप में होते हैं, कैसे? स्पष्ट कीजिए।
Solution
कवि की आत्मकथ्य कविता में उनके जीवन की कई मधुर स्मृतियाँ नष्ट हो गई हैं, इसलिए वे एक निराश, हतप्रभ और व्यथित हृदय को चित्रित करते हैं। उनकी भावनाओं को समझने वाला कोई नहीं मिला, इसलिए उनका प्रेम स्थायी नहीं रहा। प्रेम के नाम पर उनके साथ धोखा हुआ है।
18. ‘आत्मकथ्य’ कविता में आई पंक्ति ‘थकी सोई है मेरी मौन व्यथा’ का आशय स्पष्ट कीजिए।
Solution
“थकी सोई है मेरी मौन व्यथा” का अर्थ है कि कवि ने अपने जीवन में कई वेदनाओं का सामना किया है, जिससे उसे बहुत पीड़ा मिली है। कवि वेदनाओं और पीड़ा को सहते हुए थक गया है और अब मौन है। अब उसकी वेदना और व्यथा अतीत का विषय बन गई है। वह अपने अतीत की पीड़ा को किसी से साझा नहीं करना चाहता।
19. कवि ने सीवन को कथा से ही क्यों जोड़ा ? वह उसे उधेड़ने से किसे रोकते हैं और क्यों?
Solution
कवि ने सीवन को कथा से इसलिए जोड़ा क्योंकि सीवन धीरे-धीरे खुलती जाती है, जैसे कथा भी शुरू होते ही क्रमानुसार चलती है। वह लोगों को उसे उधेड़ने से रोकते हैं क्योंकि वे सुख का स्पर्श पाते – पाते भी वंचित रह गए थे। यदि वे अब उनको याद करेंगे, तो उनकी यादों की पर्त दर पर्त खुल जाएगी, कवि अपनी जीवनकथा किसी को नहीं बताना चाहते।
20. ‘असंख्य जीवन-इतिहास’ कहकर कवि किस ओर संकेत करना चाहता है?
Solution
“असंख्य जीवन-इतिहास” कहकर कवि उन अनगिनत व्यक्तियों की ओर संकेत करना चाहता है जिन्होंने अपनी-अपनी आत्मकथाएं लिखी हैं। उसमें उन्होंने अपनी कमियों का उल्लेख किया और लोगों द्वारा व्यंग्य और मलिन उपहास का सामना करना पड़ा।
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